मतदाताओं को जागरूक करने के लिएकी अनोखी पहल
कैफे ने नए वोटर्स के लिए रखे खास ऑफर
नैनीताल। लोकसभा चुनाव की जागरूकता और मतदान के फायदे को लेकर नैनीताल जिला निर्वाचन कार्यालय के द्वारा भवाली के श्याम खेत क्षेत्र में डेमोक्रेसी कैफे खोला गया है। जहां पर स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को चुनाव के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है। कैफे के जरिए नए युवा मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
जिला स्वीप टीम नैनीताल, जिला निर्वाचन नैनीताल के बैनर तले भवाली स्थित श्यामखेत चाय बागान में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने डेमोक्रेसी कैफे का उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान कुमाऊं आयुक्त ने कहा कि डेमोक्रेसी कैफे के जरिए नए युवा मतदाताओं को कैफे के माध्यम से मतदान के लिए जागरूक करने की नई पहल है। कैफे में नवीनतम जानकारी, पिंक बूथ, हेल्पलाइन नंबर, डिजिटल टोली आदि की व्यवस्था की गई है, जिससे लोग बेहतर तरीके से अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रजातंत्र को मजबूत बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगे।
आयुक्त ने बताया, कैफे में लोकभाषा कुमाऊंनी, हिंदी आदि में संदेश देते स्लोगन से मतदाताओं और पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रयास किया गया है। इस बार जिले में करीब 14,500 से अधिक नए वोटर हैं। आयुक्त ने नए मतदाताओं से डेमोक्रेसी कैफे में आने और चुनाव की जानकारी और कैफे के माध्यम से मिल रही सुविधाओं को प्राप्त करने की बात कही।
इस दौरान ग्राफिक एरा, देहरादून और बिड़ला परिसर (श्रीनगर) के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए मतदाताओं को जागरूक किया। वहीं महिला समूहों ने वोट हमारा अधिकार, फिर आ गए चुनाव आदि गीतों के जरिए मतदान करने की अपील की।
लोकतांत्रिक मूल्यों पर दर्शाया कैफे
नैनीताल। कैफे में लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए सन् 1950 से वर्तमान तक के समस्त निर्वाचनों को एक डेमोक्रेसी यात्रा के रूप में पेंटिंग, स्लोगन, फोटो आदि के माध्यम से दर्शाया गया है। साथ ही मतदाताओं को जागरूकता से संबंधित गीत, संगीत एवं टेलीविजन के बीच भोजन सामग्री का मेन्यू और निर्मित समस्त फर्नीचर भी डेमोक्रेसी के हिसाब से तैयार किया गया है। जिसमें भोजन सामग्री के नाम भी निर्वाचन प्रक्रिया के अनुसार रखे गए हैं। भोजन मेन्यू में भी 18 नंबर (जब कोई व्यक्ति मतदान के योग्य हो जाता है तो) पर ऑर्डर करने पर उसे विशेष डेमोक्रेसी भोजन परोसा जाता है, जिसे निर्वाचन के समय तक 25 प्रतिशत छूट के साथ निर्धारित किया गया है।