भाजपा एससी मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष पत्रकारों से हुए रूबरू
केन्द्र की मोदी सरकार की गिनाई उपब्धियां
कांग्रेस पर जमकर किए वार
देहरादून। ‘बाबा साहब अंबेडकर को शीर्ष सम्मान देते हुए, उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम मोदी जी कर रहे हैं’ भाजपा एससी मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने ये बात कहते हुए कांग्रेस पर दलित विरोधी और संविधान विरोधी होने का आरोप लगाया।
पार्टी के बस्ती संपर्क एवं अनुसूचित जाति सम्मेलन के राष्ट्रव्यापी अभियान के क्रम में आज देहरादून पहुंचे आर्य ने रिस्पना पुल स्थित प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया । इस दौरान उन्होंने बताया कि अब तक एक लाख से अधिक अनुसूचित बस्तियों में यह अभियान पूरा किया गया है। जिसके तहत हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 10 साल में हुए पिछड़े समाज और गरीब कल्याण के कामों को लेकर जनता के मध्य गए हैं। इस क्रम में हमने अनुभव किया कि बस्तियों में रहने वाले अधिकांश लोग मोदी सरकार और राज्य सरकारों से कामों से बेहद प्रसन्न हैं और मोदी जी को तीसरी बार पीएम बनाने के लिए कटिबद्ध हैं।
इस अवसर पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, कांग्रेस और विपक्ष ने मिलकर लगभग 60 साल सरकार में रहे और सिर्फ गरीब कल्याण के नारे लगाए लेकिन किसी भी योजना को अमलीजामा नहीं पहनाया । इतना ही नहीं 1952 के प्रथम चुनाव में और 1954 के भंडारे के उपचुनाव में भी संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर को हराने का पाप कांग्रेस ने किया । उनको भारत रत्न से सम्मानित करने का काम भी 43 साल बाद बीपी सिंह की सरकार में हुआ, लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए अंबेडकर जी को सम्मानित सम्मान करना जरूरी नहीं समझा। इसी तरह लोकसभा और राज्यसभा के सेंट्रल हॉल में भी उनका चित्र लगाने का काम तक नही किया। किसी बड़ी योजना या भवन आदि का नाम भी अंबेडकर या संत रविदास जी के नाम से नही किया । आज संविधान की दुहाई देने वाली कांग्रेस ने कभी संविधान दिवस मनाने की नही सोची, लेकिन मोदी जी ने सरकार में आते ही 2015 से संविधान दिवस मनाना शुरू किया। दरअसल कांग्रेस कभी नही चाहती थी कि किसी भी तरह से अंबेडकर जी को याद किया जाए।
पीएम मोदी अंबेडकर के विचारों, सिद्धांतों एवं सोच को साकार करने के काम में जुटे हैं। राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक समानता के अवसर देने की शुरुआत उन्होंने सबसे पहले 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीन में स्वच्छता अभियान की घोषणा से की। 12 करोड़ शौचालय बनाकर तैयार, जिसमे 1 करोड़ 37 लाख शौचालय एससी समाज के बने । इसी तरह 80 करोड़ को फ्री अनाज मिल रहा है उसमे 33 करोड़ पिछड़े समाज से हैं, पीएम आवास में बने लगभग 4 करोड़ घरों में भी 1,34 करोड़ आवास एससी समाज के हैं।
उन्होंने कहा, आज जिस ईमानदारी से मोदी जी बाबा सहन के सम्मान और विचार को स्थापित करने का काम कर रहे हैं वो अद्वितीय है। आज 4 राज्यपाल और केंद्रीय कैबिनेट 12 मंत्री एससी समाज से हैं। इसी कड़ी में अटल बिहारी बाजपये ने अल्पसंख्यक, पीएम मोदी ने पहले दलित फिर आदिवासी बहन द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया।
पत्रकार वार्ता में इस दौरान राजपुर विधायक खजान दास, एससी मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य, भगवंत प्रसाद मकवाना, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग राजेंद्र नेगी, कमलेश रमन, रविंद्र बाल्मिकी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
मोदी सरकार ने 5 राष्ट्रीय स्मारक बनाकर अंबेडकर की विरासत को आने वाली पीढ़ियों को सौंपा
देहरादून। अंबेडकर के दिल्ली स्थित आवास कांग्रेस सरकारों में धूल फांकता रहा, लेकिन मोदी जी ने 2018 ने उसे 100 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय स्मारक बनाकर आने वाली पीढ़ियों के लिए विरासत देने का काम किया । इसी तरह अंबेडकर के लंदन में जहां शिक्षा ग्रहण की, उसे भी स्मारक बनाया गया । दो दिन तक संविधान सभा की याद में संसद में वैचारिक अधिष्ठान स्थापित करने का काम किया । इस सबको लेकर मोदी जी ने स्पष्ट किया कि ये सभी 5 राष्ट्रीय स्मारक हमारे पांच तीर्थ है । कांग्रेस ने तो 14 अप्रैल को आने वाली अंबेडकर जयंती पर कभी छुट्टी होने करना भी जरूरी नहीं समझा । वहीं मोदी ने आर्थिक लेनदेन के डिजिटल माध्यम को भी भीम ऐप से प्रचारित किया। श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के सौभाग्य से पहले ही रामायण को घर घर पहुंचाने वाले महर्षि वाल्मिकी के नाम से अयोध्या में अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया गया। इसी तरह गरीब कल्याणकारी योजनाएं हों, अटल आयुष्मान योजना हो, अटल पेंशन, श्रमिक कार्ड हो, निशुल्क कोचिंग, विदेश में पढ़ने के लिए मदद में वृद्धि की बात हो या पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति को 11 हजार से बढ़कर 59 हजार करना हो।
खड़गे के लिए 370 हटने का महत्व नहींः भाजपा एससी मोर्चा
देहरादून। भाजपा एससी मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे पर तंज किया कि जिन्हें 370 और 371 धारा का अंतर नहीं मालूम, उन्हे राजस्थान या किसी अन्य प्रदेश में 370 हटाने का जिक्र करने करने का महत्व महसूस नही होगा । लेकिन एससी एसटी समाज को है जिसे धारा 370 हटने से जम्मू कश्मीर में 70 साल से छीना हुआ अपना राजनीतिक प्रतिनिधित्व हासिल हुआ है । वहां पहली बार विधानसभा में एससी को 7 और एसटी को 9 सीटें आरक्षण लागू होने से मिलने जा रही हैं । साथ ही ऐसी अनेकों योजनाओं का लाभ सर्व समाज को वहां हासिल होगा ।