टिहरी। नई टिहरी में जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 56 करोड़ 40 लाख का अनुमानित बजट ध्वनिमत से पारित किया गया। बोर्ड ने वर्ष 2023-24 का 54 करोड़ 42 लाख का पुनरीक्षत बजट भी अनुमोदित किया। बोर्ड बैठक हंगामेदार रही। सिंचाई नहरों की मरम्मत, सफाई न होने और नई नहरों का निर्माण न होने पर सदस्यों ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया।
डीएम मयूर दीक्षित ने सभी सिंचाई नहरों की जांच कराने के निर्देश दिए। बैठक में पंचायतों का कार्यकाल दो साल बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया। सदस्यों ने कहा कि वर्ष 2020 और 21 में कोरोना संक्रमण के कारण वह कामकाज नहीं कर पाए थे। जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में सिंचाई और पेयजल का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा। सदस्य दयाल सिंह रावत ने कहा कि डौर तलाई के लिए वर्ष 2021 में नई सिंचाई नहर की स्वीकृति मिली थी। लेकिन दो साल बाद भी एक इंच सिंचाई नहर का निर्माण नहीं हो पाया।
इस पर सिंचाई विभाग के ईई कमल सिंह ने कहा कि सिंचाई नहर आधी बन चुकी है। कुछ दिन बाद नहर में पानी चलाना शुरू हो जाएगा। संपर्क करने पर ग्राम प्रधान ने बताया कि नहर बनी ही नहीं है। जिस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कोई अधिकारी झूठ न बोले। सभी सिंचाई नहरों की जांच कराई जाएगी। जौनपुर ब्लॉक के कांडी पंपिंग पेयजल योजना की धीमी प्रगति पर डीएम ने कहा कि संबंधित ठेकेदार से सख्ती से कार्य लेते हुए गुणवत्ता के साथ मार्च तक कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। बुरांसखंडा पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण मानकों के अनुरूप न होने की शिकायत पर डीएम ने थर्ड पार्टी से जांच कराने को कहा। बैठक में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष भोला सिंह, एएमए जिला पंचायत संजय खंडूरी, ब्लॉक प्रमुख प्रभा बिष्ट, सदस्य बलवंत रावत, रघुवीर सिंह सजवाण, जयबीर सिंह रावत, बिमला खंडका, एलेमा सजवाण आदि उपस्थित रहे।
अफसर के झूठ बोलने पर गुस्साए डीएम, नहरों की दिए जांच के आदेश
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