प्रश्नपत्र में जो प्रश्न सरल हैं, उन्हें पहले हल करें। एक प्रश्न हल करने में अधिक समय न लगाएं। अपने काम पर फोकस करते हुए आगे बढ़े। दिमाग को दुरुस्त रखने के लिए पौष्टिक आहार और रात को पूरी नींद लें। मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम करें इससे तनाव नहीं होगा। यह सभी विचार बुधवार को विशेषज्ञों ने सीबीएसई बोर्ड के छात्रों के समक्ष रखे। अभिभावकों से कहा कि बच्चों पर बोर्ड परीक्षा को लेकर दबाव न बनाएं। अपनी उम्मीदों का बोझ बच्चों पर न डालें।संवाद में सीबीएसई बोर्ड के संयुक्त सचिव रणबीर सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य माम चन्द, सीबीएसई काउंसलर डॉ. सोना कौशल गुप्ता, दून मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुशील ओझा मौजूद रहे। बोर्ड परीक्षा को लेकर बच्चों और अभिभावक ने सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की। वहीं विशेषज्ञों ने अपने विचारों से सभी को लाभान्वित किया।
सबसे पहले सरल प्रश्न हल करें
बोर्ड परीक्षा नजदीक है, लेकिन घबराएं नहीं और आत्मविश्वास के साथ पढा़ई करें। प्रश्नपत्र में जो प्रश्न सरल हैं उन्हें पहले हल करें। एक प्रश्न में अधिक समय न लगाएं। इसके अलावा परीक्षा में व्हाट्सएप के मैसेज वाली शॉर्ट लैंग्वेज का उपयोग न करें।
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कम करें
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें लेकिन टेक्नोलॉजी को अपना समय दान न करें। मोबाइल का अधिक उपयोग तनाव ग्रस्त बनाता है। मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम करेंगे तभी हर चीज को सही समय पर कर सकेंगे।
बच्चों को संस्कार दें
अपने बच्चों को संस्कार का विजिटिंग कार्ड दीजिए। संस्कार बच्चों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। अभिभावक अपने बच्चों को समय दें और उन्हें अपने संघर्ष के साथ ही तीन पीढ़ियों के संघर्ष से रूबरू करवाएं। आपका बच्चा आपके संघर्ष से रूबरू होगा तो वह आपका साथ कभी नहीं छोड़ेगा। बच्चों से भी कहा कि दुनिया में अपने माता-पिता और गुरु को सर्वोपरि मानिए।
गायत्री मंत्र बच्चों को ऊर्जा देगा
बच्चों को धर्म और ग्रंथों का ज्ञान होना जरूरी है। सुबह शाम गायत्री मंत्र पढ़ना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इससे बच्चों का विश्वास और स्वाभिमान मजबूत होगा।
बच्चों को प्यार से ट्रीट करें
बच्चों को डांटने की बजाय उन्हें प्यार से ट्रीट करें। अपने बच्चे की दूसरे बच्चे से तुलना न करें। आपका बच्चा अगर सुबह उठकर पढ़ रहा है तो आपको भी साथ देना होगा। बच्चे को रात में 11 बजे तक सुला दें और सुबह पांच बजे उठा दें।
दीक्षा पोर्टल पर देखें गणित का सवाल
गणित का सवाल नहीं आ रहा है तो दीक्षा पोर्टल पर जाकर बच्चे सवाल का जवाब ले सकते हैं। इसके अलावा यूट्यूब देख सकते हैं और स्कूल के टीचर से व्हाट्सएप पर बात करके अपनी समस्या सुलझा सकते हैं।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ें एनसीईआरटी
जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं वह घबराएं नहीं। अगर छात्रों ने 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी की किताबें सही से पढ़ी हैं तो कोई भी प्रतियोगी परीक्षा हल कर सकते हैं।