केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (MeitY) राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत भी इस कॉन्क्लेव को संबोधित करेंगे।डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन के ‘डीएनपीए कॉन्क्लेव और अवार्ड 2024’ का 6 फरवरी को आयोजन होगा। नई दिल्ली के होटल शांगरी ला में आयोजित होने वाले इस अवॉर्ड कार्यक्रम में देश की कई जानी-मानी शख्सियतें शामिल होंगी। इस दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल के बीच इस कॉन्क्लेव में डिजिटल मीडिया के भविष्य पर गहन मंथन किया जाएगा।केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (MeitY) राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत भी इस कॉन्क्लेव को संबोधित करेंगे। ‘तेजी से बदलती दुनिया में डिजिटल मीडिया की भावी राह कैसी हो?’ इस विषय पर दिग्गज अपनी-अपनी बात रखेंगे। देश के नीति निर्माता समाचार प्रकाशकों और बिग टेक प्लेटफार्मों के बीच संबंधों को लोकतांत्रिक बनाने और डिजिटल समाचार मीडिया की नई चुनौतियों व एआई से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। विश्वसनीय समाचारों को बढ़ावा देने और समाचार उद्योग के विकास और हितों की रक्षा करने की दिशा में मान्यता प्राप्त, इस सम्मेलन का आयोजन डीएनपीए की ओर से नेटवर्क 18 ग्रुप के सहयोग से किया जा रहा है। डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (DNPA), प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के भारत के शीर्ष 18 प्रकाशकों की डिजिटल इकाइयों का संगठन है। इसमें अमर उजाला, द इंडियन एक्सप्रेस, मलयालम मनोरमा, इनाडू टेलीविजन, दैनिक जागरण, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, इंडिया टुडे, हिंदुस्तान टाइम्स, जी मीडिया, एबीपी नेटवर्क, लोकमत, टाइम्स ऑफ इंडिया, एनडीटीवी, एक्सप्रेस नेटवर्क, मातृभूमि, द हिंदू, इंडिया टीवी और नेटवर्क 18 शामिल हैं। डीएनपीए कॉन्क्लेव 2024 के दौरान भारत में डिजिटल मीडिया व्यवसाय पर अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst & Young or EY) की एक रिपोर्ट भी जारी की जाएगी। रिपोर्ट का शीर्षक ‘भारत में डिजिटल समाचार प्रकाशन का पूर्वावलोकन’ (Preview of Digital News Publishing in India) है। रिपोर्ट जारी होने के बाद यह जानने में मदद मिल सकती है कि डिजिटल न्यूज मीडिया किस दिशा में आगे बढ़ रहा है। ईवाई रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि मीडिया जगत में इस बात पर बहस जारी है कि समाचार प्रकाशकों को बढ़ते डिजिटलीकरण के साथ कैसे तालमेल बिठाना चाहिए।