मुंबई। भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर सहित विशेषज्ञों ने मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी साधारण कप्तानी और गेंदबाजी के कारण उनकी टीम को चौथी हार का सामना करना पड़ा है। पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने हार्दिक पंड़या की कप्तानी की कठोर शब्दों में आलोचना करते हुए कहा, “उनकी कप्तानी और गेंदबाजी दोनों साधारण रही। उन्होंने अंतिम ओवर में महेन्द्र सिंह धोनी की स्लॉट में कमजोर फुलटॉस और लेंथ गेंदें की, जिसके कारण गेंद बाउंड्री पार छक्के के लिए गई। मुंबई की टीम आराम से चेन्नई को 185-190 पर रोक सकती थी, लेकिन अंतिम ओवर प्रमुख अंतर साबित हुआ।’ हार्दिक अंतिम ओवर ऐसे समय करने आए जब यॉर्कर विशेषज्ञ आकाश मधवाल का एक ओवर बचा हुआ था। हालांकि वह भी इस मैच में तीन ओवर में 37 रन देकर संघर्ष कर रहे थे, इसलिए हार्दिक ने खुद पर दांव लगाना उचित समझा।
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन में भी हार्दिक की कप्तानी और रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा, “उनके पास प्लान बी की कमी दिखी या तो उन्होंने इसे अमल में नहीं लाया। जब तेज गेंदबाज लगातार 20-20 रन दे रहे थे, तो उन्हें स्पिनर लाकर गेंद की गति को कम करना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
हार्दिक ने कहा, “हमने उस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ योजना को अमल में लाया। आप अभी कह सकते हैं कि मैं स्पिनरों को क्यों नहीं लेकर आया, लेकिन इस विकेट पर दुबे को रोकने के लिए तेज गेंदबाज ही अधिक उपयुक्त होते ना कि स्पिनर्स।” उन्होंने कहा, “हमें अपनी योजनाओं को लेकर स्मार्ट होना होगा और हमें पता है कि हम ऐसा कर सकते हैं।”
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में मुम्बई के बल्लेबाजी कोच कायरप पोलार्ड भी अपने कप्तान के बचाव करते कहा, “क्रिकेट में आपके लिए अच्छे और बुरे दिन आते रहते हैं। क्रिकेट एक टीम गेम है और इसमें किसी एक व्यक्ति पर सवाल उठाना तार्किक नहीं है। मैं इन सबसे तंग आ चुका हूं। वह व्यक्ति अगले छह सप्ताह में अपने देश की तरफ़ से खेलने जा रहा है। वह व्यक्ति भारत के सबसे बड़े ऑलराउंडर्स में से एक है। वह बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग सब कर लेता है। वह एक्स-फ़ैक्टर है और मुझे पता है कि अगले कुछ मैचों में जब वह वापसी करेगा तो सभी फिर से उनकी प्रशंसा करने लगेंगे।”
उल्लेखनीय है कि मुंबई इंडियंस की चेन्नई सुपर किंग्स पर 20 रनों की बड़ी हार के बाद विशेषज्ञों ने हार्दिक पंड्या की कप्तानी पर सवाल उठाए हैं। यह छह मैचों में मुम्बई की चौथी हार है। इस मैच के दौरान हार्दिक ने चेन्नई की पारी का अंतिम ओवर लेकर आए और 26 रन लुटा दिए।