उत्तरकाशी से लेकर पिथौरागढ़ तक सफेद चादर से ढकी पहाड़ियां
बदरीनाथ केदारनाथ धाम का प्रकृति ने किया श्वेत श्रृंगार
मुनस्यारी में भी स्नो फॉल, आदि कैलाश का तापमान -31 डिग्री सेल्सियस
देहरादून। लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड में सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है। उत्तरकाशी से लेकर पिथौरागढ़ तक बर्फबारी हुई है। सीजन की पहली बर्फबारी से लोग खुश हैं। होटल कारोबारियों के साथ ही पर्यटन व्यवसायियों के भी चेहरे स्नो फॉल से खिल गए हैं।
उत्तराखंड में काफी इंतजार के बाद दिसंबर के दूसरे सप्ताह में सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है। उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ में ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी हो चुकी है। उम्मीद है कि इस महीने अब लगातार बर्फबारी होती रहेगी।
स सीजन की पहली बर्फबारी उत्तरकाशी जिले में हुई। चारधाम यात्रा के दो स्थल गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में रविवार को ही बर्फबारी हो गई थी। इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले के ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई। हर्षिल घाटी भी बर्फ की चादर से ढक गई है। गंगोत्री का अधिकतम तापमान -3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -12 डिग्री सेल्सियस है। चारधामों में यमुनोत्री धाम सबसे ठंडा है। यहां अधिकतम तापमान -8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -15 डिग्री सेल्सियस है।
सोमवार को बदरीनाथ और केदारनाथ धामों भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई। बर्फ से दोनों धामों का दृश्य देखने लायक है। बदरीनाथ धाम में ठंड का हाल ये है कि दोनों ही तापमान माइनस में चले गए हैं। बदरीनाथ धाम का अधिकतम तापमान -6 डिग्री सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -14 डिग्री सेल्सियस चला गया है। ऐसे में यहां हर चीज जम जा रही है। केदारनाथ धाम का अधिकतम तापमान -6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -14 डिग्री सेल्सियस है।
रुद्रप्रयाग जिले के चोपता-दुगलबिट्टा में भी सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है। मिनी स्विट्जरलैंड के रूप में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चोपता-दुगलबिट्टा में भी खूब बर्फबारी हो रही है। यहां बर्फबारी होने के बाद पर्यटकों का पहुंचना शुरू हो गया है। हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के बाद निचले क्षेत्रों में जोरदार ठंड पड़ रही है। चोपता के हरे बुग्याल बर्फबारी के बाद अब सफेद नजर आ रहे हैं। पर्यटक स्थलों में बर्फबारी होने से स्थानीय व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं।
देहरादून जिले के चकराता और उसकी चोटियों पर भी बर्फ गिरी है। यहां अक्टूबर अंतिम सप्ताह से लोग बर्फबारी की उम्मीद लगाए बैठे थे। काफी देर से हुई बर्फबारी के बाद लोग खुश हैं। बर्फबारी के दौरान पर्यटन स्थल चकराता का बड़ा क्रेज होता है। पर्यटक यहां से होटल और ट्रैवल व्यवसायियों से फोन करके बर्फबारी होने के बारे में पूछते हैं।
धनौल्टी में सीजन की पहली बर्फबारी
देहरादून। टिहरी जिले के धनौल्टी में भी बर्फबारी हुई है। हालांकि धनौल्टी जिस बर्फबारी के लिए जाना जाता है, वैसी बर्फबारी अभी तक नहीं हुई। इसके बावजूद सीजन की पहली बर्फबारी से लोग खुश हैं।
पहाड़ों की रानी भी बर्फबारी से खिली
देहरादून। जिले के मसूरी में भी सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है। मसूरी के आसपास के इलाकों लाल टिब्बा, कैमल बैक रोड, अटल गार्डन आदि जगह बर्फबारी से पहाड़ों की रानी की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं। मसूरी आए सैलानी स्नो फॉल का लुत्फ उठा रहे हैं। यहां के होटल व्यवसायियों और पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि अब फरवरी तक अच्छी बर्फबारी होती रहेगी, जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक मसूरी आएंगे।
मुनस्यारी और आदि कैलाश भी बर्फ से ढके
कुमाऊं मंडल में भी सीजन का पहला स्नो फॉल हो चुका है। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी और आदि कैलाश में रविवार देर रात्रि से लगातार बर्फबारी हो रही है। मुनस्यारी घूमने पहुंचे पर्यटक बर्फबारी का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं। बर्फबारी के कारण थल मुनस्यारी मोटर मार्ग बंद हुआ है। डीएम पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी ने बर्फबारी और ठंड को देखते हुए बचाव के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। आदि कैलाश में पहले ही तापमान माइनस में चल रहा था। अब बर्फबारी के बात आदि कैलाश का अधिकतम तापमान -21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -31 डिग्री सेल्सियस है।